इस मौके पर जेएनयू के कुलपति एम जगदीश कुमार (JNU VC) ने कहा कि 'जब हमने ये स्कूल्स शुरू करने का निर्णय लिया, तब ये भी फैसला किया कि हम वो चीजें रिपीट नहीं करेंगे जो अन्य इंजीनियरिंग या मैनेजमेंट स्कूल्स ऑफर कर रहे हैं। इसलिए इंजीनियरिंग में हमने 5 साल का डुअल डिग्री कोर्स डिजाइन किया है, जो अपने आप में खास व अलग है।'
'इसी तरह मैनेजमेंट के लिए भी हमने एग्रीकल्चर मैनेजमेंट (Agriculture management), रूरल इंडस्ट्रीज, एमएसएमई (MSME), रूरल डेवलपमेंट जैसे क्षेत्रों पर फोकस रखा है। क्योंकि हम जानते हैं कि 'आत्मनिर्भर भारत' के लिए आने वाले समय में इन क्षेत्रों में मांग बढ़ेगी।'
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शिलान्यास के कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री ऑनलाइन माध्यम से शामिल हुए। इस मौके पर निशंक ने कहा कि 'नई शिक्षा नीति (NEP) लागू करने की दिशा में जेएनयू नेतृत्व कर रहा है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (National Education Policy) के तहत देश में मल्टीडिसिप्लिनरी यूनिवर्सिटीज स्थापित किये जाने हैं।'
उन्होंने कहा कि 'इस संस्थान से निकलने वाले ज्यादातर इंजीनियरिंग/मैनेजमेंट ग्रेजुएट्स नौकरी ढूंढेंगे नहीं, बल्कि देंगे। वे स्टूडेंट्स सैलरी पैकेज के लिए नहीं, पेटेंट के लिए स्पर्धा करेंगे।'
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