
रघुवीर सिंह चौधरी Image: Youtube
रघुवीर ने अपने तीन दोस्तों के साथ इस आईडिया पर काम करना शुरू किया. और आज लाखों कमाते हैं.
रघुवीर का बचपन गरीबी में बीता. स्कूल की पढ़ाई खत्म होने के बाद वो कॉलेज न जा सके. गरीबी से मजबूर होकर पैसा कमाने के लिए उन्होंने एमेजॉन में डिलीवरी ब्वॉय का काम करना शुरू किया. लेकिन इस काम से उन्हें हर महीने केवल 9 हजार रुपए ही मिल पाते थे. उस समय उनके पास बाइक भी नहीं थी तो वो साइकिल से ही सामान को लोगों के घर तक पहुंचाया करते थे.
इस बीच वो काफी थक जाते थे. थकावट मिटाने के लिए वो बीच-बीच में चाय पीने निकल पड़ते. लेकिन अच्छी चाय की खोज करना किसी टास्क से कम नहीं था. उन्होंने आसपास देखा तो पाया कि केवल वो ही नहीं हैं जो काम के बोझ में अच्छे चाय के लिए संघर्ष करते हैं. यहीं से उन्हें अपने स्टार्टअप का आइडिया आया.
रघुवीर ने सोचा कि जब बड़ी-बड़ी कंपनियां सामान की डिलीवरी करती हैं तो वह चाय की क्यों नहीं कर सकते. रघुवीर ने अपने तीन दोस्तों के साथ इस आईडिया पर काम करना शुरू किया. इतना ही नहीं उन्होंने एक ऐप भी बनवाया और थोड़े से प्रचार के बाद चाय की डिलीवरी करने लगे. उन्होंने डिलिवरी ब्वॉय की नौकरी छोड़ दी.
उन्होंने आसपास के दुकान वालों से संपर्क किया और जल्दी ही लगभग 100 दुकानों में चाय बेचने लगे. शुरुआत में रघुवीर को नहीं पता था कि ये आईडिया कितना काम आएगा. लेकिन धीरे-धीरे लोग उनकी चाय पसंद करने लगे क्योंकि जितनी अच्छी चाय वो लाते थे, मार्केट में वैसी चाय मिलना मुश्किल था. उन्हें तब सबसे ज्यादा खुशी हुई जब उन्होंने अपने पैसों से खुद के लिए बाइक खरीदी.आज जयपुर में रघुवीर के कई डिलीवरी सेंटर हैं. वे चाय के साथ स्नैक्स भी लोगों के घर तक पहुंचाते हैं. अब हर दिन उन्हें करी 800 चाय का ऑर्डर मिलता है और वो हर महीने एक लाख रुपए कमा लेते हैं. उन्होंने चाय की डिलीवरी के लिए 4 बाइक्स भी खरीद लिए हैं. अपने ऐप के साथ ही अब वो वॉट्सऐप और फोन से भी चाय के ऑर्डर लेने लगे हैं.
रघुवीर ने उस तमाम लोगों के लिए सफलता की इबारत लिखी है जो अपना खुद का स्टार्टअप शुरू करना चाहते हैं. सही मौका और सही दिशा में बढ़ाया गया कदम आपको सफलता के शिखर पर पहुंचा देगा. बस जरूरत है उस मौके को पहचानने की.
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First published: April 11, 2018, 6:06 PM IST

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