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2/7समय के साथ बदला दौर

एक दौर था, जब लोग खबरों के लिए न्यूजपेपर और रेडियो पर निर्भर रहते थे। समय बदला। ढेर सारे न्यूज चैनल आए। लोगों का न्यूज पढ़ने का नजरिए देखने में बदल गया। समय गुजरा। इंटरनेट की दुनिया तेजी से आगे बढ़ी। साल 2000 के बाद स्मार्टफोन आने शुरू हो गए। कई ऐंप आए। और फिर शुरू हुआ वेब जर्नलिज़म का दौर, जो आज अपना अलग ही वजूद कायम कर चुका है। हालांकि बदलते समय के बाद न्यूजपेपर और न्यूज चैनल ने भी अपने कंटेंट में और विजुअल्स में समय के साथ बदलाव किया है और अपनी धाक भी बनाए रखी है।
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3/7एक क्लिक पर पूरी दुनिया

इंटरनेट के कारण आप एक ही कुर्सी पर बैठे-बैठे दुनिया भर के अखबार पढ़ सकते हैं। चाहे वह किसी भी भाषा में या किसी भी शहर से क्यों न निकलता हो। सालों और महीनों पुराने संस्करण भी महज एक क्लिक दूर होते हैं।
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4/7ज्यादा स्कोप

अखबारों और न्यूज चैनल के बीच करियर के रूप में इस मीडिया सेग्मेंट की चमक-दमक भले न दिखे, लेकिन अवसर और भविष्य के लिहाज से यहां स्कोप ज्यादा है। इसकी तकनीकी जरूरतें ऐसी हैं कि कुशल लोगों को प्लेसमेंट के लिए ज्यादा जद्दोजहद नहीं करनी पड़ती। एक्सपर्ट मानते हैं कि देशभर के करीब 200 मीडिया शिक्षण संस्थानों से हर साल निकलने वाले हजारों छात्रों का चुनिंदा अखबारों या टीवी चैनलों में खपना संभव नहीं होता। ऐसे में जरूरी है कि भावी पत्रकार खुद को डिजिटल दुनिया की जरूरतों के मुताबिक ढालें।
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5/7डेस्क और रिपोर्टिंग

ऐसी काफी वेबसाइट हैं, जो किसी न्यूजपेपर या टीवी चैनल के वेब एडिशन के रूप में काम कर रही हैं। ऐसी साइटों के अधिकतर कंटेंट अखबार या चैनल से मिल जाते हैं। करियर के रूप में यहां डेस्क वर्क यानी कॉपी राइटर या एडिटर की ही गुंजाइश रहती है।
वे वेबसाइट जो न्यूजपोर्टल के रूप में स्वतंत्र अस्तित्व रखती हैं। इनका किसी चैनल या पेपर से कोई संबंध नहीं होता। भारत में ऐसी साइटों की संख्या अपेक्षाकृत कम है। काम के रूप में यहां डेस्क और रिपोर्टिंग दोनों की बराबर संभावनाएं हैं।
साथ ही अगर आप खेल, साहित्य, कला जैसे किसी क्षेत्र विशेष में रुचि रखते हैं, तो ऐसी विशेष साइटें भी हैं, जो आपके करियर के क्षितिज को विस्तार दे सकती हैं।
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6/7ये गुण होने हैं जरूरी

आम पत्रकार के गुणों के साथ-साथ तकनीकी कौशल की भी जानकारी होनी चाहिए। वेब डिजाइनिंग से लेकर साइट को अपलोड करने तक की प्रक्रिया की मोटे तौर पर समझ जरूरी है।
एचटीएमएल और फोटोशॉप की जानकारी इस फील्ड में आपको काफी आगे ले जा सकती है।
आपकी भाषा व लेखन शैली आम बोलचाल वाली व अप-टु-डेट होनी चाहिए।
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7/7प्रमुख संस्थान

बेनेट यूनिवर्सिटी, नोएडा
www.bennett.edu.in
इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ मास कम्यूनिकेशन
www.iimc.nic.in
जामिया मिल्लिया इस्लामिया
www.jmi.ac.in
मुद्रा इंस्टिट्यूट ऑफ कम्यूनिकेशंस
www.mica.ac.in
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