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टॉप हिन्दी करेंट अफ़ेयर्स, 04 फरवरी 2021 के अंतर्गत आज के शीर्ष करेंट अफ़ेयर्स को शामिल किया गया है जिसमें मुख्य रूप से सऊदी अरब और कोरोना वायरस आदि शामिल हैं.
सऊदी अरब ने कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए यह प्रतिबंध लगाया है. हालांकि इस यात्रा प्रतिबंध में राजनयिकों, सऊदी नागरिकों, डॉक्टरों और उनके परिवार को छूट दी गई है. सऊदी अरब के इस प्रतिबंध से कई भारतीय प्रभावित हो सकते हैं जो सऊदी अरब में काम करते हैं.
सऊदी अरब सरकार ने 02 फरवरी 2021 को बयान जारी करते हुए 20 देशों से आने वाले यात्रियों की देश में प्रवेश पर बैन लगाने का फैसला किया है. सऊदी अरब सरकार का ये फैसला कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों और इंग्लैंड में कोरोना वायरस का नये स्ट्रेन आने की वजह से लिया गया है.
इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चौरीचौरा शहीद स्थल पर मौजूद रहे. जबकि राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मौजूद रहीं. प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर कहा कि महामारी की चुनौतियों के बीच भी हमारा कृषि क्षेत्र मजबूती से आगे बढ़ा और किसानों ने रिकॉर्ड उत्पादन करके दिखाया.
प्रधानमंत्री मोदी ने उद्घाटन कार्यक्रम के अवसर पर कहा कि चौरी चौरा में जो हुआ वो सिर्फ एक थाने में आग लगाने की घटना नहीं थी, इससे एक बड़ा संदेश अंग्रेजी हुकूमत को दिया गया. चौरी चौरा में जो हुआ उसका संदेश बहुत बड़ा और व्यापक था. उत्तर प्रदेश सरकार चौरी-चौरा की घटना के सौ साल पूरे होने पर इस शताब्दी समारोह का आयोजन कर रही है.
विश्व कैंसर दिवस पर दुनिया भर में इस जानलेवा बीमारी को लेकर तरह-तरह के कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. बॉलीवुड की कई हस्तियां हैं, जिन्होंने कैंसर से जंग लड़ी हैं और जीती भी है. इनमें बॉलीवुड अभिनेत्री सोनाली बेंद्रे, मनीषा कोइराला और लीसा रे के नाम प्रमुखता से लिए जाते हैं.
विश्व कैंसर दिवस की स्थापना अंतरराष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण संघ (यूआईसीसी) द्वारा की गई थी. यह एक अग्रणीय वैश्विक एनजीओ है. अंतरराष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण संघ (यूआईसीसी) की स्थापना साल 1933 में हुई थी. इस दिवस पर विभिन्न सरकारी एवं गैर-सरकारी संस्थाओं द्वारा कैंसर से बचाव के विभिन्न अभियान चलाये जाते है.
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने समझौते की अवधि समाप्त होने से एक दिन पहले कहा कि अमेरिका इसका विस्तार कर रहा है. ब्लिंकेन ने एक बयान में कहा कि आज, अमेरिका ने उस संकल्प को बेहतर बनाने की दिशा में पहला कदम उठाया और रूसी परिसंघ के साथ किये गये समझौते को पांच साल के लिए बढ़ा दिया.
अमेरिका और रूस न्यू स्टार्ट संधि के लिए राजी हो गए हैं. इस संधि के तहत दोनों देश साल 2026 तक न केवल अपने परमाणु हथियारों के विस्तार बल्कि हथियारों की होड़ को भी प्रतिबंधित करेंगे. इस संधि से चीन पूरी तरह से बाहर है. इस संधि उसके सैन्य और परमाणु क्षमता के विकास पर कोई असर नहीं होगा.
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