कैसे मिलेगा लाभ
प्रो. राय ने कहा कि 'कर्मयोगी स्कीम के तहत एक स्टूडेंट को एक दिन में अधिकतम 2 घंटे काम करने की अनुमति मिलेगी। एक शैक्षणिक सत्र में एक स्टूडेंट अधिकतम 50 दिन काम कर सकता है। उन्हें उनकी इच्छा व क्षमता के अनुसार यूनिवर्सिटी द्वारा ही काम दिए जाएंगे। क्लास करने के बाद स्टूडेंट्स वे काम कर सकते हैं।'
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'इसके लिए स्टूडेंट्स को यूनिवर्सिटी द्वारा पैसे भी दिए जाएंगे। एक स्टूडेंट को प्रति घंटे 150 रुपये के हिसाब से भुगतान किया जाएगा। इस अनुसार, एक स्टूडेंट साल में 15 हजार रुपये तक की कमाई कर सकता है।'
किन्हें मिलेगा फायदा
कुलपति ने बताया कि 'फिलहाल यह स्कीम सिर्फ लखनऊ यूनिवर्सिटी के कैंपस में पढ़ रहे स्टूडेंट्स के लिए शुरू की गई है। लेकिन मैं चाहता हूं कि संबद्ध कॉलेज भी अपने स्तर पर इस तरह की पहल करें। ऐसी योजनाओं से स्टूडेंट्स काम का आदर करना सीखेंगे। साथ ही स्टूडेंट्स का टैलेंट यूनिवर्सिटी के कल्याण के काम आएगा, अपने विवि के साथ उनका जुड़ाव गहरा होगा और उन्हें आर्थिक मदद भी मिलेगी।'
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