हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के रहने वाले अभिषेक वर्मा ने अपने दूसरे प्रयास में UPSC सिविल सेवा 2017 की परीक्षा पास की थी। अभिषेक ने यह सफलता बिना किसी कोचिंग का सहारा लिए हासिल की है। आपको बता दें कि अभिषेक की बड़ी बहन भी एक सिविल सेवा अधिकारी हैं और उन्होंने अभिषेक की पढ़ाई और UPSC की तैयारी में एक अहम भूमिका निभाई है। अभिषेक ने 2016 में भी UPSC सिविल सेवा परीक्षा पास कर ली थी परन्तु तब उन्होनें 961वीं रैंक हासिल की थी।
IIT दिल्ली से हैं B.Tech. ग्रेजुएट
अभिषेक ने IIT दिल्ली से B.Tech. कंप्यूटर साइंस से ग्रेजुएशन डिग्री हासिल की। कॉलेज में कैंपस प्लेसमेंट के दौरान एक मल्टी नेशनल कंपनी ने उन्हें जॉब ऑफर की, लेकिन अभिषेक के मन में शुरू से ही एक IAS अधिकारी बनने का सपना था। इस वजह से उन्होंने ऑफर रिजेक्ट कर UPSC की तैयारी शुरू कर दी।
सेल्फ स्टडी को मानते हैं सफलता की सीढ़ी
एक इंटरव्यू में अभिषेक कहते हैं कि अक्सर कैंडिडेट्स उनसे UPSC की तैयारी में कोचिंग की इम्पोर्टेंस के बारे में प्रशन करते हैं। जिसका जवाब अभिषेक यही देते हैं की वे कोचिंग को अधिक महत्व नहीं देते। उनके अनुसार परीक्षा की तैयारी के लिए हर ज़रूरी स्टडी मैटीरियल ऑनलाइन उपलब्ध है। साथ ही इस परीक्षा को पास करने के लिए सेल्फ स्टडी बहुत ज़रूरी है। कोचिंग में बहुत समय बर्बाद हो जाता है हालांकि फिर भी अगर आपको कोचिंग ज्वॉइन करना उचित लगता है तो ये आपका अपना निर्णय है। उनके मुताबिक कोचिंग से केवल एक प्रकार की गाइडेंस ही मिलती है और मेहनत तब भी आपको खुद ही करनी होगी।
UPSC की तैयारी के तीन मूलमंत्र
अभिषेक कहते हैं कि UPSC परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले कैंडिडेट को तीन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए। पहली यह कि सिलेबस को ध्यान से पढ़ें और उसके अनुसार ही पढ़ने की स्ट्रेटजी बनाएं। दूसरा स्टेप है पिछले साल के क्वैश्चन पेपर देखना। अभिषेक कहते हैं कि पिछले साल के क्वैश्चन पेपर देखने से आपको पता चलता है कि कैसे सिलेबस को प्रश्नों में कनवर्ट किया जाता है और किस प्रकार के क्वेश्चन किसी विषय से पूछे जाते हैं। तीसरा अहम बिंदु है बुक लिस्ट तैयार करना। इस बारे में अभिषेक कहते हैं कि किताबों का चुनाव बहुत सोच-समझकर करना चाहिए क्योंकि मार्किट में एक ही सब्जेक्ट की अनेक किताबें उपलब्ध हैं जिनसे आप कंफ्यूज हो सकते हैं। इसलिए प्लान करके लिमिटेड रिसोर्स रखें और उन्हीं को बार-बार पढ़ कर तैयारी को मज़बूत करें।
सही ऑप्शनल का चुनाव है महत्वपूर्ण
अभिषेक सजेस्ट करते हैं कि ऑप्शनल वही चुनें जिसमें आपको रुचि हो या जो आपके ग्रेजुएशन का विषय रहा हो। हालांकि दूसरा प्वॉइंट आपकी इच्छा पर निर्भर करता है। ग्रेजुएशन में अगर आपके पास वह विषय रहा होता है तो पढ़ाई में आसानी रहती है। जितना संभव हो अभ्यास करें। किसी भी विषय में कुछ ना समझ आए तो इंटरनेट की सहायता लें। यहां आपको सारा मैटीरियल आसानी से उपलब्ध हो जाएगा। वीडियोज देखकर किसी भी विषय को आसानी से समझ सकते हैं।
UPSC 2020-21 की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए यह सलाह देते हैं अभिषेक
अपनी तैयारी के अनुभव से अभिषेक सलाह देते हैं कि एक बार सिलेबस खत्म हो जाने के बाद खूब अभ्यास करें और टेस्ट पेपर सॉल्व करें। ये टेस्ट पेपर परीक्षा जैसे माहौल में हल करें और तय समय के अंदर पेपर खत्म करने की कोशिश करें। इससे सीख ले कर धीरे-धीरे अपनी कमियों को सुधारें। अभिषेक ने पहले केवल प्रीलिम्स की तैयारी की थी और उसका सिलेबस खत्म होने के बाद दूसरा हिस्सा छुआ था। हालांकि यह हर उम्मीदवार की अपनी इच्छा है कि वह कैसे तैयारी करना चाहता है। पूरी तैयारी के लिए टाइम टेबल बनाना ठीक रहता है। टेस्ट पेपर देने के साथ ही आंसर राइटिंग भी जरूरी है। अपने उत्तरों को जितना हो सके इंप्रूव करें और देखें कि कैसे उत्तर लिखने पर अच्छे अंक मिलते हैं। इसके लिए टॉपर्स की कॉपी देख सकते हैं।
अभिषेक कहते हैं कि सफलता का कोई शार्ट कट नहीं है। सेल्फ स्टडी, कड़ी मेहनत और सही दिशा में प्रयास करते रहना ही आपका लक्ष्य होना चाहिए। यदि निरंतरता और मेहनत करते रहेंगे तो एक न एक दिन सफलता ज़रूर प्राप्त होगी।
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