Iit-indore Teaches Ancient Sciences, Mathematics In Sanskrit - आईआईटी-इंदौर में...



एजुकेशन डेस्क,अमर उजाला
Updated Sat, 29 Aug 2020 05:50 PM IST





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भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, इंदौर ने संस्कृत के प्राचीन ग्रंथों से गणितीय और वैज्ञानिक ज्ञान प्रदान करने के लिए एक अनूठा पाठ्यक्रम पेश किया है। इस बात की जानकारी शनिवार को एक अधिकारी ने दी। उन्होंने कहा कि यह कोर्स  प्राचीन ज्ञान को उजागर करने के लिए शुरू किया गया है। इसमें छात्र ज्ञान-विज्ञान की ऐतिहासिक किताबें संस्कृत भाषा में पढ़ रहे हैं। यह कोर्स अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) द्वारा प्रायोजित है, जो कि 22 अगस्त से शुरू हो चुका है और  2 अक्टूबर तक चलेगा।

इस पाठ्यक्रम में 62 घंटे ऑनलाइन कक्षाएं होंगी। इस कोर्स के लिए दुनियाभर से करीब 750 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। आईआईटी, इंदौर के कार्यवाहक निदेशक प्रोफेसर नीलेश कुमार का कहना है कि भारत के प्राचीन ग्रंथों में गणितीय और वैज्ञानिक ज्ञान की समृद्ध विरासत है और वर्तमान पीढ़ी इससे अनजान है। हमने इस पाठ्यक्रम की शुरुआत उन्हें संस्कृत में इस प्राचीन ज्ञान से अवगत कराने के लिए की है। इस पाठ्यक्रम में प्रतिभागियों को अनुसंधान, नवाचार, अध्ययन और संस्कृत में गणित और विज्ञान पढ़ाया जा रहा है। इस कार्यक्रम को दो भागों में विभाजित किया गया है।

इसे भी पढ़ें-ओडिशा सरकार का फैसला, नीट और जेईई परीक्षाओं के दौरान नहीं होगी तालाबंदी

कोर्स के पहले हिस्से में प्रतिभागियों को भाषा की समझ बनाने के लिए संस्कृत की बारीकियां सिखाई जाएंगी। इसके बाद अगले हिस्से में उन्हें संस्कृत में शास्त्रीय गणित पढ़ाया जाएगा। पाठ्यक्रम के दूसरे भाग में शामिल प्रतिभागियों का मूल्यांकन करने के लिए एक पात्रता परीक्षा भी आयोजित की जाएगी। जिसमें सफल होने वाले उम्मीदवारों को एक प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जाएगा।
 



भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, इंदौर ने संस्कृत के प्राचीन ग्रंथों से गणितीय और वैज्ञानिक ज्ञान प्रदान करने के लिए एक अनूठा पाठ्यक्रम पेश किया है। इस बात की जानकारी शनिवार को एक अधिकारी ने दी। उन्होंने कहा कि यह कोर्स  प्राचीन ज्ञान को उजागर करने के लिए शुरू किया गया है। इसमें छात्र ज्ञान-विज्ञान की ऐतिहासिक किताबें संस्कृत भाषा में पढ़ रहे हैं। यह कोर्स अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) द्वारा प्रायोजित है, जो कि 22 अगस्त से शुरू हो चुका है और  2 अक्टूबर तक चलेगा।




इस पाठ्यक्रम में 62 घंटे ऑनलाइन कक्षाएं होंगी। इस कोर्स के लिए दुनियाभर से करीब 750 छात्रों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। आईआईटी, इंदौर के कार्यवाहक निदेशक प्रोफेसर नीलेश कुमार का कहना है कि भारत के प्राचीन ग्रंथों में गणितीय और वैज्ञानिक ज्ञान की समृद्ध विरासत है और वर्तमान पीढ़ी इससे अनजान है। हमने इस पाठ्यक्रम की शुरुआत उन्हें संस्कृत में इस प्राचीन ज्ञान से अवगत कराने के लिए की है। इस पाठ्यक्रम में प्रतिभागियों को अनुसंधान, नवाचार, अध्ययन और संस्कृत में गणित और विज्ञान पढ़ाया जा रहा है। इस कार्यक्रम को दो भागों में विभाजित किया गया है।

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कोर्स के पहले हिस्से में प्रतिभागियों को भाषा की समझ बनाने के लिए संस्कृत की बारीकियां सिखाई जाएंगी। इसके बाद अगले हिस्से में उन्हें संस्कृत में शास्त्रीय गणित पढ़ाया जाएगा। पाठ्यक्रम के दूसरे भाग में शामिल प्रतिभागियों का मूल्यांकन करने के लिए एक पात्रता परीक्षा भी आयोजित की जाएगी। जिसमें सफल होने वाले उम्मीदवारों को एक प्रमाण पत्र से सम्मानित किया जाएगा।

 




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