एजुकेशन डेस्क, अमर उजाला
Updated Sun, 29 Mar 2020 06:27 PM IST
स्क्रीनिंग टीम
- फोटो : अमर उजाला
Corona Virus: कोरोना वायरस के संक्रमण से प्रभावित लोगों की बढ़ती संख्या थमने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में इलाज कर रहे डॉक्टर्स और नर्स अपनी जान की परवाह न करते हुए अपना फर्ज निभा रहे हैं। आम जनता के साथ-साथ इन लोगों का ख्याल रखना भी सरकार की प्राथमिकता है। इसलिए अब भारत एक कवच का निर्माण कर रहा है। कवच का नाम है हजमट सूट। भारत के अलावा हर देश इस सूट का पहले से इस्तेमाल कर रहा है। सिर्फ कोरोना ही नहीं बल्कि इबोला के समय भी इस सूट का इस्तेमाल हुआ था। इस सूट के बारे में जानते हैं सब कुछ ...
- ये सूट डॉक्टर और नर्स को वायरस से संक्रमित होने से बचाता है। बता दें कि बुधवार को रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने इस हजमत सूट की मदद से लोगों की मदद की।
- हजमत सूट को हेजार्डस मटेरियल सूट भी कहते हैं। इससे पूरे शरीर को ढ़का जाता है।
- यह खतरनाक पदार्थों, रसायनों और जैविक एजेंटों से मानव शरीर की रक्षा करता है।
- पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (PPE) (डॉक्टर और चिकित्साकर्मी मरीजों का इलाज करते समय इस्तेमाल करते हैं) का ही रूप है ये हजमत सूट, जिसके साथ चश्मों का भी इस्तेमाल होता है।
- अलग-अलग प्रोटोकॉल का इस्तेमाल इसे पहनने समय किया जाता है। पहनते समय ध्यान देते हैं कि इसके साथ कोई वायरस अंदर तो नहीं जा रहा।
- बता दें, मानव शरीर में किसी भी प्रकार का वायरस प्रवेश न करें इसलिए इसका निर्माण अलग तरीके से किया जाता था।
Corona Virus: कोरोना वायरस के संक्रमण से प्रभावित लोगों की बढ़ती संख्या थमने का नाम नहीं ले रही है। ऐसे में इलाज कर रहे डॉक्टर्स और नर्स अपनी जान की परवाह न करते हुए अपना फर्ज निभा रहे हैं। आम जनता के साथ-साथ इन लोगों का ख्याल रखना भी सरकार की प्राथमिकता है। इसलिए अब भारत एक कवच का निर्माण कर रहा है। कवच का नाम है हजमट सूट। भारत के अलावा हर देश इस सूट का पहले से इस्तेमाल कर रहा है। सिर्फ कोरोना ही नहीं बल्कि इबोला के समय भी इस सूट का इस्तेमाल हुआ था। इस सूट के बारे में जानते हैं सब कुछ ...
- ये सूट डॉक्टर और नर्स को वायरस से संक्रमित होने से बचाता है। बता दें कि बुधवार को रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने इस हजमत सूट की मदद से लोगों की मदद की।
- हजमत सूट को हेजार्डस मटेरियल सूट भी कहते हैं। इससे पूरे शरीर को ढ़का जाता है।
- यह खतरनाक पदार्थों, रसायनों और जैविक एजेंटों से मानव शरीर की रक्षा करता है।
- पर्सनल प्रोटेक्टिव इक्विपमेंट (PPE) (डॉक्टर और चिकित्साकर्मी मरीजों का इलाज करते समय इस्तेमाल करते हैं) का ही रूप है ये हजमत सूट, जिसके साथ चश्मों का भी इस्तेमाल होता है।
- अलग-अलग प्रोटोकॉल का इस्तेमाल इसे पहनने समय किया जाता है। पहनते समय ध्यान देते हैं कि इसके साथ कोई वायरस अंदर तो नहीं जा रहा।
- बता दें, मानव शरीर में किसी भी प्रकार का वायरस प्रवेश न करें इसलिए इसका निर्माण अलग तरीके से किया जाता था।
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