ब्रह्मकुमारी संस्थान की प्रमुख...

दादी जानकी ने 21 साल की उम्र में ही आध्यात्मिक पथ पर चलने का निर्णय ले लिया था. उन्होंने साल 1970 में भारतीय संस्कृति, मानवीय मूल्यों और राजयोग का संदेश देने के लिए पश्चिमी देशों का रुख किया था.



Post a Comment

0 Comments