एजुकेशन डेस्क, अमर उजाला
Updated Thu, 28 Nov 2019 11:46 AM IST
इंजीनियरिंग के कोर्सेज में दाखिले के लिए होने वाली संयुक्त प्रवेश परीक्षा मेन (Joint Entrance Examination - JEE Main) अब 11 भाषाओं में आोयजित की जाएगी। यानी हिन्दी और अंग्रेजी के अलावा देश की नौ अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में भी परीक्षा ली जाएगी। इससे उन छात्रों को फायदा मिलेगा जो हिन्दी या अंग्रेजी नहीं, बल्कि अपनी क्षेत्रीय भाषा में ज्यादा निपुण हैं और उसी में परीक्षा देना चाहते हैं।
कुल 11 भाषाओं में परीक्षा आयोजित करने के संबंध में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD - Ministry of Human Resource and Development) ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA - Mational Testing Agency) को निर्देश दिया है। एनटीए ही जेईई मेन का आयोजन करता है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र ने एनटीए से कहा है कि वह सभी 11 भाषाओं में परीक्षा आयोजित करने की तैयारी पूरी कर लें।
किन 11 भाषाओं में होगी परीक्षा
- हिन्दी
- अंग्रेजी
- गुजराती
- मराठी
- तेलुगु
- कन्नड़
- उड़िया
- उर्दू
- असमी
- बांग्ला
- तमिल
गौरतलब है कि पहले ये परीक्षा सिर्फ हिन्दी, अंग्रेजी और गुजराती भाषाओं में क्षेत्रीय भाषाओं आयोजित की जाती थी। फिर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केवल गुजराती में परीक्षा होने पर आपत्ति जताई और केंद्र से मांग की कि बांग्ला समेत अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में भी परीक्षा आयोजित की जाए।
इसके बाद पहले केंद्र सरकार ने कहा था कि फिलहाल वह मराठी और तेलुगु भाषाओं को सबसे ज्यादा अभ्यर्थियों की संख्या के आधार पर जोड़ेंगे। लेकिन अब फैसला लिया गया है कि हिन्दी व अंग्रेजी के अलावा कुल नौ क्षेत्रीय भाषाएं जुड़ेंगी, जिनमें बांग्ला भी शामिल है।
ये बदलाव शैक्षणिक सत्र 2021 की परीक्षा से लागू होंगे। फिलहाल सत्र 2020 की परीक्षा हिन्दी, अंग्रेजी और गुजराती में ही ली जाएगी।
ये भी पढ़ें : नौकरी छोड़ी, दो साल के बच्चे और परिवार को संभालते हुए बिना कोचिंग बनीं IAS अधिकारी, जानें कैसे
इंजीनियरिंग के कोर्सेज में दाखिले के लिए होने वाली संयुक्त प्रवेश परीक्षा मेन (Joint Entrance Examination - JEE Main) अब 11 भाषाओं में आोयजित की जाएगी। यानी हिन्दी और अंग्रेजी के अलावा देश की नौ अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में भी परीक्षा ली जाएगी। इससे उन छात्रों को फायदा मिलेगा जो हिन्दी या अंग्रेजी नहीं, बल्कि अपनी क्षेत्रीय भाषा में ज्यादा निपुण हैं और उसी में परीक्षा देना चाहते हैं।
कुल 11 भाषाओं में परीक्षा आयोजित करने के संबंध में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (MHRD - Ministry of Human Resource and Development) ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA - Mational Testing Agency) को निर्देश दिया है। एनटीए ही जेईई मेन का आयोजन करता है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र ने एनटीए से कहा है कि वह सभी 11 भाषाओं में परीक्षा आयोजित करने की तैयारी पूरी कर लें।
किन 11 भाषाओं में होगी परीक्षा
- हिन्दी
- अंग्रेजी
- गुजराती
- मराठी
- तेलुगु
- कन्नड़
- उड़िया
- उर्दू
- असमी
- बांग्ला
- तमिल
गौरतलब है कि पहले ये परीक्षा सिर्फ हिन्दी, अंग्रेजी और गुजराती भाषाओं में क्षेत्रीय भाषाओं आयोजित की जाती थी। फिर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केवल गुजराती में परीक्षा होने पर आपत्ति जताई और केंद्र से मांग की कि बांग्ला समेत अन्य क्षेत्रीय भाषाओं में भी परीक्षा आयोजित की जाए।
इसके बाद पहले केंद्र सरकार ने कहा था कि फिलहाल वह मराठी और तेलुगु भाषाओं को सबसे ज्यादा अभ्यर्थियों की संख्या के आधार पर जोड़ेंगे। लेकिन अब फैसला लिया गया है कि हिन्दी व अंग्रेजी के अलावा कुल नौ क्षेत्रीय भाषाएं जुड़ेंगी, जिनमें बांग्ला भी शामिल है।
ये बदलाव शैक्षणिक सत्र 2021 की परीक्षा से लागू होंगे। फिलहाल सत्र 2020 की परीक्षा हिन्दी, अंग्रेजी और गुजराती में ही ली जाएगी।
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