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2/4कब हुआ गिरफ्तार?

यह कहानी साल 1898 की है। ब्रिटिश आर्मी का एक अफसर था जेम्स स्किवड। वह शराब के नशे में पेड़ के पास घूम रहा था। उसे लगा कि पेड़ उस पर हमला करने वाला है। यह सोचकर अफसर घबरा गया और अपने मेस सर्जेंट से उसको गिरफ्तार करने को कहा। सर्जेंट ने अपने अफसर की बात पर अमल किया और पेड़ को जंजीरों से बांध दिया।
फोटो: साभार वॉशिंगटन पोस्ट
3/4औपनिवेशिक राज की क्रूरता का प्रतीक

एक्सप्रेस ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय लोगों के मुताबिक यह औपनिवेशिक राज की क्रूरता का प्रतीक है। ब्रिटिश इससे यह दिखाना चाहते थे कि अगर उन्होंने ब्रिटिश शासन का विरोध किया तो उनको भी इसी तरह से दंडित किया जाएगा।
फोटो: साभार GettyImages
4/4एफसीआर

लोगों का यह भी कहना है कि यह पेड़ औपनिवेशिक युग में बनाए गए काले कानून फ्रंटियर क्राइम्स रेग्युलेशन (एफसीआर) का भी प्रतीक है। खासतौर पर ब्रिटिश शासन का विरोध कर रहे पश्तूनों पर शिकंजा कसने के लिए यह कानून बनाया गया था। इस कानून के प्रावधानों के मुताबिक, अगर इन ट्राइब्स का कोई व्यक्ति किसी तरह का अपराध करता है तो उसके किए की सजा सामूहिक रूप से उनके परिवार के लोगों को दी जा सकती है।
फोटो: साभार GettyImages


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