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2/6एकैली

नाव का नाम था एकैली (Acali) जिसका मतलब होता है पानी पर घर। एकैली की वजह से इस प्रयोग को एकैली एक्सपेरिमेंट 1973 (Acali Experiment 1973) या सेक्स रॉफ्ट एक्सपेरिमेंट 1973 (Sex Raft Experiment 1973) के नाम से जाना जाता है। जीनोव्स ने इस प्रयोग के लिए एक ब्रिटिश नौका निर्माता से 12x7 साइज की नौका बनवाई। नौका में इंजन नहीं था। उसे लहरो और हवाओं के सहारे अपना सफर तय करना था। स्वीडन की मारिया जोर्न्सटम को नौका का कैप्टन बनाया गया और एडना रीव्स डॉक्टर थीं। मुख्य काम महिलाओं को सौंपे गए।
फोटो: साभार गार्जियन यूके
3/6नौका में कुल 11 लोग

नौका में सवार जीनोव्स के अलावा 10 लोग थे। उन 10 लोगों में पांच पुरुष और पांच महिला थीं। उनमें एक जापानी फटॉग्रफर, अंगोलिया का एक प्रीस्ट, एक फ्रेंच स्कूबा डाइवर, स्वीडन की एक कैप्टन, एक इजरायली डॉक्टर और अलास्का की एक वेटर शामिल थी। वेटर अपने पति के व्यवहारों से तंग थी और भागकर आ गई थी। एकैली की यात्रा 13 मई, 1973 को शुरू हुई और मेक्सिको की तरफ रवाना हुई।
फोटो: साभार गार्जियन यूके
4/6तनाव भड़काने की कोशिश

जीनोव्स ने लोगों के बीच प्राइवेसी की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी। इसका मकसद था कि लोगों के बीच तनाव पैदा हो जिससे उनका आपस में झगड़ा हो। नौका में सवार लोगों को कुछ पढ़ने नहीं दिया जाता था। जब वे शौचालय का इस्तेमाल करना चाहते थे तो उनको ऐसी जगह पर बैठना पड़ता था जिसे नौका में सवार अन्य लोग देख सकते थे। आपस में यौन संबंध बनाना भी आसान नहीं था। या तो सबके सामने संबंध बनाना पड़ता या फिर रात के अंधेरे का इंतजार करना पड़ता। रात में भी सुकून से संबंध बनाना संभव नहीं था। ऐसा इसलिए कि रात में भी कम से कम दो लोग ड्यूटी पर होते थे और वे जाग रहे होते थे।
फोटो: साभार द सन यूके
5/6और सेक्स रॉफ्ट पड़ गया नाम

शुरू में जीनोव्स ने अपने इस प्रॉजेक्ट का नाम रखा था पीस प्रॉजेक्ट। लेकिन तुरंत ही उसको लेकर तरह-तरह की अफवाहों और अटकलों का बाजार गर्म हो गया। जीनोव्स का पीस प्रॉजेक्ट जल्द ही 'सेक्स रॉफ्ट' के नाम से मशहूर हो गया।
फोटो: साभार Nordisk Film & TV Fond
6/6जीनोव्स ही बनें तनाव की वजह?

नौका सवारों के बीच आपस में किसी तरह की अनबन नहीं हुई बल्कि जीनोव्स ही तनाव की वजह बने। इसका कारण जीनोव्स का नकारात्मक होना था। जीनोव्स से तंग आकर नौका के बाकी सदस्य उनसे छुटकारा पाने के बारे में सोचने लगे। किसी सदस्य को लगा कि उनकी हत्या कर दी जाए। कुछ ने सोचा कि उनको समुद्र में फेंक दिया जाए। कुछ लोग इस पक्ष में थे कि उनको कोई ऐसी दवा दे दी जाए जिससे उनको हार्ट अटैक आ जाए और उनकी मौत आ जाए। खैर नौका के सदस्यों ने उनमें से कोई भी रास्ता नहीं चुना। किसी तरह लोगों ने जीनोव्स की नकारात्मकता से सामंजस्य स्थापित कर लिया और मेक्सिको में एकैली के पहुंचने के बाद यात्रा का समापन हुआ। यात्रा के समापन पर नौका के सदस्यों को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका चिकित्सीय परीक्षण हुआ। खबरों के मुताबिक, इस घटना के बाद जीनोव्स डिप्रेशन का शिकार हो गए और उनकी यूनिवर्सिटी ने उनसे दूरी बना ली थी। 2013 में जीनोव्स का निधन हो गया।
फोटो: साभार द सन यूके


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