(Hindi News from Navbharat Times , TIL Network)
2/9शिवजी नहीं बल्कि इस देवी पर पड़ा था नाम शिवाजी

शिवाजी का जन्म 19 फरवरी 1630 को हुआ था वह शिवनेरी फोर्ट में पैदा हुए थे और उनका नाम शिवजी नहीं बल्कि कुल देवी शिवाई के नाम पर शिवाजी रखा गया था।
3/9राज्याभिषेक के बाद बने शिवाजी

शिवाजी का राज्याभिषेक 6 जून 1674 को हुआ था। इसी दिन शिवाजी ने महाराष्ट्र में हिंदू राज्य की स्थापना की थी। राज्याभिषेक के बाद उन्हें छत्रपति की उपाधि मिली थी।
4/9महिलाओं के सम्मान पर नहीं आने देते थे आंच

शिवाजी महिला सम्मान के कट्टर समर्थक थे। उन्होंने सख्त निर्देश दे रखे थे कि अगर कहीं हमला करने की स्थिति आए तो महिलाओं को नुकसान न पहुंचाया जाए। वहीं महिला का अपमान या शोषण करने वाले को कड़ी सजा मिलती थी।
5/9जब सैनिक की महिला भेंट करने की कोशिश

एक बार एक सैनिक मुगल सूबेदार की बहू को लेकर आया और उसने सोचा कि वह इसे शिवाजी को भेंट करेगा तो वह खुश हो जाएंगे। लेकिन शिवाजी के सामने वह सैनिक जैसे ही पहुंचा उन्होंने उसे खूब डांट लगाई और महिला को सम्मान सहित घर तक पहुंचाने को कहा।
6/9गुरिल्ला युद्ध के जनक

शिवाजी को गुरिल्ला युद्ध का जनक माना जाता था। वह छिपकर दुश्मन पर वार करते थे और उसे काफी नुकसान पहुंचाकर निकल जाते थे। गुरिल्ला युद्ध में सैनिकों की छोटी सी टुकड़ी छिपकर अचानक दुश्मनों पर धावा बोलती है और हमला करने के बाद तेजी से जंगलों में छिप जाती है।
7/9कन्वर्टेड हिंदू से की थी बेटी की शादी

जो लोग हिंदू में कन्वर्ट होना चाहते थे शिवाजी उनकी मदद करते थे। उन्होंने अपनी बेटी की शादी भी कन्वर्टेड हिंदू से की थी।
8/9सभी धर्मों का करते थे सम्मान

वह हिंदू राजा होते हुए भी सभी धर्मों का सम्मान करते थे। उन्होंने भले ही मुस्लिम शासकों से लड़ाई की लेकिन मुस्लिम धर्म से उन्हें कोई दिक्कत नहीं थी। उनकी सेना में कई मुस्लिम सैनिक भी थे।
9/9औरंगजेब की आंखों में झोंकी धूल

एक बार शिवाजी को औरंगजेब ने मिलने के लिए बुलाया था। वह उन्हें चालाकी से बंदी बनाकर जान से मारना या कहीं बाहर भेजना चाहता था। उसने शिवाजी को बंदी बना लिया लेकिन वह मिठाई की टोरियों के साथ निकल गए।
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